Wednesday, January 15, 2020

दिल्ली की ठण्ड

धूप व्योम से झांक रही है
जीना अब बदहाल हो गया 
कैसा सबका हाल हो गया
दिल्ली नैनीताल हो गया 

कैसे यह मौसम निकलेगा 
किनके सपनों को निगलेगा 
कंधा ही अब ढाल हो गया 
जीना अब बदहाल हो गया 
दिल्ली शिमला माल हो गया 

बर्फ़ जम गयी बिस्तर पर अब 
कम्बल रह गए अस्तर भर अब 
मफलर अब रूमाल हो गया 
दिल्ली शिमला माल हो गया 
दिल्ली नैनीताल हो गया 



ठंड खिंच गई सिकुड़ गए हम
धुँध सड़क पर अन्धकार सम
दिल्ली भर फुआल हो गया 
जीना अब बदहाल हो गया 
दिल्ली शिमला माल हो गया 
दिल्ली नैनीताल हो गया 

बस वसंत का इंतज़ार है 
शिशिर विदा की अब बयार है 
चैत शुरू का काल हो गया 
वर्णन माया-जाल हो गया 

दिल्ली शिमला माल हो गया 
दिल्ली नैनीताल हो गया

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