बहुत सुन्दर नुक्तक!
मेरा सारा गणित अधूरा थाजिन्दगी सांस ही से चलती थी.बहुत सुन्दर पंक्तियाँ
वाह...बेजोड़ भावाभिव्यक्ति...बधाई स्वीकारेंनीरज
वाह!बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
बहुत सुन्दर नुक्तक!
ReplyDeleteमेरा सारा गणित अधूरा था
ReplyDeleteजिन्दगी सांस ही से चलती थी.
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ
वाह...बेजोड़ भावाभिव्यक्ति...बधाई स्वीकारें
ReplyDeleteनीरज
वाह!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति!