Thursday, May 30, 2013

स्वाद

खाना चाहते हैं मीठा
खाते हैं मीठा
खाना चाहते हैं नमकीन
खाते हैं नमकीन
खाना चाहते हैं खट्टा
खाते हैं खट्टा

हम चुनते हैं स्वाद
जिव्याह अनुसार
अनुभव अनुसार
स्वादानुसार

स्वाद से परे होती है
दवाई
उसका चुनाव होता है
रोगानुसार
व रोगीनुसार

आखिर चाहते क्या हैं आप
स्वाद लेना
या
रोग को मिटाना

चुनाव का अधिकार
कैसे हो सकता है
किसी और का
चुनिए स्वयं
स्वादानुसार
रोगानुसार
इच्छानुसार

23.11.12: 10:50 AM, Shillong

No comments:

Post a Comment