Wednesday, May 19, 2010

लिखता हूँ मैं
गाती है मेरी लेखनी
संगीत प्रदान करते हैं
कुछ कागज़ के प्रष्ट
कुछ रचने के लिए
अन्तर्भेद
कविता और गीत...

(24 August 1992, 10 AM, Hermann Gmeiner School, Bhimtal, Nainital, UP, Uttranchal)

5 comments:

  1. इसे ही तो कहते हैं शब्दों का संगीत, बहुत सुन्दर!

    ReplyDelete
  2. लिखता हूँ मैं
    गाती है मेरी लेखनी
    संगीत प्रदान करते हैं
    कुछ कागज़ के प्रष्ट,
    इसे ही तो कहते हैं
    शब्दों का संगीत
    कविता और गीत!

    ReplyDelete
  3. आप ke शब्दों में थोडा हेर फेर कर दिया है!

    ReplyDelete
  4. बुरा मत मानियेगा !

    ReplyDelete
  5. Thanx for your comments nilesh ji...

    ReplyDelete