Thursday, October 6, 2011

जीवन दर्शन


मेरी पीड़ा, मेरे आंसू, मेरा जीवन, मेरा अनुभव
नया है तू, नए हैं शब्द, नए कपडे, नए करतब
नयी काया, नया चश्मा, नयी वाणी, नया सपना
नयी उपमा, नई भाषा, नई संज्ञा, नया जपना

सभी सन्दर्भ अच्छे हैं, सभी सम्बन्ध सुद्रढ़ हैं
मेरा तेरा, तेरा मेरा, यही संताप की जड़ हैं 
वही हम सब, वही गीता, न कुछ लाये, न कुछ जाये
सफल जीवन हमारा हो, समझ यह सूत्र आ जाये

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