मेरी कविताएं
Wednesday, April 23, 2014
रिश्ते - 3
3
रिश्ते
उड़ चले
घोसलों से
दूर
बहुत दूर
ऊंचाइयों को छूने
मोबाइल टाबरों से बंधने
उड़ चले
रिश्ते
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