Monday, December 20, 2010

अक्सर बुरा लगता है.

अक्सर
बुरा लगता है
विदेश मे होना
परदेश मे होना
इस देश मे होना

घटनाएं इस सत्य की अनुभूति कराती हैं
याद दिलाती हैं
परदेश मे होना
इस देश में होना
अक्सर
कभी-कभी
प्रायः

हम भी राष्ट्रीय हैं
गैर राष्ट्रीय नहीं
उस देश के
जिस देश की
बनाई सड़क पर
चल रहा हूँ मैं
जिस देश द्वारा
नीव डाले विद्यालय में
पड़ा रहा हूँ मैं
एक गैर राष्ट्र में

हमारा राष्ट्र
किसी गैर राष्ट्रीय को
गैर राष्ट्रीय नहीं कहता
इस गैर राष्ट्र की तरह
हम सब राष्ट्रीय हैं
फिर भी
बिना चैन सोना
विदेश मे होना
इस देश में होना
अक्सर
बुरा लगता है.

(Kanglung: Bhutan, 29th Nov 1994)
composed on the way from Yongfula to Kanglung, walking alone, at 2:30 PM while I sat on a viewpoint bench...

1 comment:

  1. बहुत सुंदर तरीक़े से अभिव्यक्त किया है विदेश में रहने का दर्द।

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