अक्सर
अच्छा लगता है
विदेश मे होना
इस देश मे होना
भूटान मे होना.
यहाँ के लोग,
यहाँ की संस्कृति
यहाँ के सपने
यहाँ का तंत्र
व शासन व्यवस्था
इस सत्य की अनुभूति कराते हैं.
यह वास्तविकता मे
मेरा दूसरा घर है
भारत से वाहर
भारतीय होने पर गर्व
या
भारतीय होने की शर्म.
भारतीयों के प्रति इनकी
अवधारणा
शायद ठीक ही है.
भारत का महान स्वरुप
भारत की विविधता
भारत की राजनीति
भ्रष्टाचार मे लिप्त
तंत्र व
शासन व्यवस्था.
मुझे ये भारतीय मानते हैं
भारत की विविधता
भारत की राजनीति
भ्रष्टाचार मे लिप्त
तंत्र व
शासन व्यवस्था.
मुझे ये भारतीय मानते हैं
या अभारतीय
या भूटानी
पता नहीं
परन्तु इनकी सोच मे
इनकी अवधारणा मे
काफी सच्चाई है.
मेरी अवधारणा मे भी
भूटान
वो भूटान नहीं है
जो आज से दस वर्ष
पहले था
प्रजातांत्रिक तंत्र
ईमानदार शासन
साफ़ सुथरी सड़के
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
इस तम्बाखू रहित
बौद्ध देश में.
अक्सर
अच्छा लगता है
इस देश मे होना.....
इतने वर्षों
उपरांत...
सुन्दर अभिव्यक्ति, विदेश भ्रमण पर हैं शायद!
ReplyDeleteभूटान सांस्कृतिक रूप से अपने देश से गहराई से जुड़ा है.. अच्छी लगी आपकी कविता..
ReplyDeleteआदरणीय Vijay Kumar Shrotryia जी
ReplyDeleteनमस्कार
बहुत सही ...आपका विचारों में समन्वय की झलक है ....बहुत शुक्रिया आपका ..
.....BEHTREEN KAVITA...
ReplyDeleteवाह !! एक अलग अंदाज़ कि रचना ......बहुत खूब
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति है.
ReplyDeleteप्रजातांत्रिक तंत्र
ReplyDeleteईमानदार शासन
साफ़ सुथरी सड़के
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
इस तम्बाखू रहित
बौद्ध देश में.
भूटान के बारे में इस जानकारी को देने का शुक्रिया...अब आपकी रचना को पढ़ कर भूटान आने का मन कर रहा है...
नीरज