ले लिया निर्णय करूँगा खोज
होकर मौन
पथ दिया मुझको बता पाथेय
देगा कौन
चल रहा हूँ आँख मींचे
मान कर आदेश सारे
मौन रहकर कष्ट सहकर
बिन दिशा तन के सहारे
किस दिशा मुड़ना बता
निर्देश देगा कौन
पथ दिया मुझको बता पाथेय
देगा कौन
ले लिया निर्णय करूँगा खोज
होकर मौन
रास्ता जो ले चुका हूँ
पत्थरों संग चल रहा है
संगति सम-गति
समय सुध
ज्ञान मेरा छल रहा है
कंकडों सी रेत में जल भेद देगा कौन
पथ दिया मुझको बता पाथेय
देगा कौन
ले लिया निर्णय करूँगा खोज
होकर मौन
झेल मौसम के थपेड़े
कुल बदन पीड़ित हुआ है
बोझ कन्धों पर लिए
नव लक्ष्य अब जीवित हुआ है
वह चमकता गाँव तुमको कर
सकेगा मौन
ले लिया निर्णय करूँगा खोज
होकर मौन
पथ दिया मुझको बता पाथेय
देगा कौन
केश सब उलझे
हवाएं कर रहीं क्रंदन
थक गया है पथ सुझाए
प्राण प्रेरित मन
दे दिया साधन बता अब साध्य
देगा कौन
पथ दिया मुझको बता पाथेय
देगा कौन
ले लिया निर्णय करूँगा खोज
होकर मौन
अनुभवों की पोटली ले
पथ मुझे अब भा रहा है
अब दिशा का ज्ञान कुछ
स्पष्ट होता जा रहा है
अब दिशाओं का नहीं है युद्ध
मैं फिर मौन
ले लिया निर्णय करूँगा खोज
होकर मौन
पथ दिया मुझको बता पाथेय
देगा कौन
वाह-वाह...!
ReplyDeleteपढ़कर आनन्द आ गया!
बहुत सुन्दर गीत रचा है आपने!
अनुभवों की पोटली ले
ReplyDeleteपथ मुझे अब भा रहा है
अब दिशा का ज्ञान कुछ
स्पष्ट होता जा रहा है
अब दिशाओं का नहीं है युद्ध मैं फिर मौन
ले लिया निर्णय करूँगा खोज होकर मौन
पथ दिया मुझको बता पाथेय देगा कौन
बेहतरीन प्रस्तुति दिल को गहरे तक छू गयी। बेहद गहन अभिव्यक्ति।
केश सब उलझे
ReplyDeleteहवाएं कर रहीं क्रंदन
थक गया है पथ सुझाए
प्राण प्रेरित मन
दे दिया साधन बता अब साध्य देगा कौन
पथ दिया मुझको बता पाथेय देगा कौन
ले लिया निर्णय करूँगा खोज होकर मौन
behtareen.. kya kahun,... niruttar:)
dhanyavaad... mukesh ji...
DeleteBahut sunder rachna hai, dil ko chhoo gayee.
ReplyDeleteBahut sunder rachna hai, dil ko chhoo gayee.
ReplyDeleteshabdo ka khel hai, bahut sunder mel hai. aapki sabhi rachnayen dil tak pahuchti hai.Men aanandit ho jata hai. achcha likhne ke liye aapka sukriya
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