मेरी कविताएं
Thursday, July 8, 2010
तुम्हारी आँख को देखूं
तो कुछ लगे ऐसा
नशा शराब मे
होता है या नहीं होता
<विजय कुमार श्रोत्रिय>
15 March 1989...Bareilly...UP
2 comments:
Sunil Kumar
July 8, 2010 at 10:10 PM
प्रश्न का उत्तर आपने पाठक पर छोड़ दिया बहुत खूब
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A K Shrotryia
August 10, 2010 at 10:37 PM
Shabdo ki sath-sath Sunil ji ka COMMENT lajabab hi
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प्रश्न का उत्तर आपने पाठक पर छोड़ दिया बहुत खूब
ReplyDeleteShabdo ki sath-sath Sunil ji ka COMMENT lajabab hi
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